आज के डिजिटल युग में इंटरनेट स्पीड किसी भी देश की तकनीकी तरक्की का अहम पैमाना बन चुकी है। हर साल जैसे-जैसे फाइबर ऑप्टिक टेक्नोलॉजी और ब्रॉडबैंड इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर होता जा रहा है, वैसे-वैसे कुछ देश तेजी से इंटरनेट के मामले में दूसरों से आगे निकल रहे हैं।
2025 की रिपोर्ट: किन देशों की स्पीड सबसे ज्यादा?
हाल ही में Cable.co.uk की "Worldwide Broadband Speed League 2025" रिपोर्ट जारी हुई है जिसमें जनवरी से जून 2025 के बीच किए गए 1.3 अरब से अधिक स्पीड टेस्ट के आधार पर दुनिया के उन 10 देशों की लिस्ट दी गई है जहां इंटरनेट स्पीड सबसे तेज़ है।
टॉप 3 देश जहां इंटरनेट सबसे तेज़ है
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सिंगापुर – औसतन 278.4 Mbps, 1GB वीडियो डाउनलोड में सिर्फ 29 सेकंड
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हांगकांग – 273.0 Mbps, डाउनलोड टाइम 30 सेकंड
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मोनाको – 261.5 Mbps, डाउनलोड टाइम 31 सेकंड
अन्य शीर्ष देश और उनकी स्पीड
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स्विट्ज़रलैंड – 234.3 Mbps (34 सेकंड)
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डेनमार्क – 229.1 Mbps (35 सेकंड)
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दक्षिण कोरिया – 224.7 Mbps (36 सेकंड)
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रोमानिया – 218.8 Mbps (37 सेकंड)
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फ्रांस – 213.6 Mbps (38 सेकंड)
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थाईलैंड – 205.9 Mbps (39 सेकंड)
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संयुक्त राज्य अमेरिका – 201.3 Mbps (41 सेकंड)
भारत की स्थिति क्या है?
रिपोर्ट के मुताबिक भारत 78वें स्थान पर है जहां औसतन इंटरनेट स्पीड 56.2 Mbps है। यहां 1GB Netflix वीडियो डाउनलोड होने में 2 मिनट से ज्यादा का समय लग सकता है।
अफ्रीकी देशों की धीमी स्पीड
वहीं कुछ अफ्रीकी देशों में स्पीड 10 Mbps से भी कम है, जहां 1GB वीडियो डाउनलोड होने में 15 मिनट या उससे ज्यादा का समय लग सकता है।
हाई-स्पीड इंटरनेट क्यों है ज़रूरी?
जैसे-जैसे डिजिटल कंटेंट भारी होता जा रहा है और "वर्क फ्रॉम एनीवेयर" कल्चर आम हो रहा है, वैसे-वैसे हाई-स्पीड इंटरनेट अब सिर्फ एक लग्ज़री नहीं बल्कि एक ज़रूरत बन चुका है।
इस रिपोर्ट से साफ हो जाता है कि जहां एक ओर कुछ देश अल्ट्रा-फास्ट इंटरनेट का लाभ ले रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई देश अब भी डिजिटल विकास की दौड़ में पीछे हैं।
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